आज की स्ट्रगल स्टोरी में कहानी है बॉलीवुड एक्ट्रेस जरीन खान की। नॉन- फिल्मी बैकग्राउंड से ताल्लुक रखने वाली जरीन का यह सफर आसान नहीं था। 12वीं में थीं, तब पिता उन्हें और पूरे परिवार को छोड़ कर चले गए। तंगी थी तो पढ़ाई छोड़ वो कॉल सेंटर में काम करने लगीं।
कभी जरीन का वेट 100 किलो से ज्यादा था। इस वजह से भी उन्हें बहुत ताने सुनने पड़े। पहली ही फिल्म में सलमान खान के साथ काम किया, लेकिन असल स्ट्रगल इसी फिल्म के बाद शुरू हुआ। फिल्म में लुक और वेट की वजह से जरीन बहुत ट्रोल हुईं। काम की कमी भी हो गई। हालांकि, उन्होंने इस बुरे समय का डट कर सामना किया।
पढ़िए जरीन खान के संघर्ष की कहानी उन्हीं की जुबानी-
12वीं में थीं, जब पेरेंट्स अलग हुए
बचपन कैसा रहा? जवाब में उन्होंने कहा, ‘मेरा जन्म 14 मई 1987 को मुंबई में हुआ था। पढ़ाई-लिखाई यहीं हुई। हर बच्चे की तरह मेरा बचपन भी बहुत खूबसूरत बीता। चीजें तब खराब होनी शुरू हुईं, जब मैं 12वीं क्लास में थी। ये वो वक्त था, जब मां-पापा अलग हो गए। पापा ने फैसला किया कि उन्हें हम लोगों के साथ नहीं रहना है।उनके जाने से घर पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। एक रात में ही मानो पूरा बचपन खत्म हो गया और मैं बड़ी हो गई। ये हमारे लाइफ का सबसे खराब दौर रहा। परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी, ना ही पुरखों की बहुत जायदाद थी। परिवार में दूसरा कोई कमाने वाला भी नहीं था। मुझे अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी और परिवार की परवरिश के लिए छोटे-मोटे काम करने पड़े।’करीब 100 किलो की थी, एयर होस्टेस बनने की चाहत में 55 किलो वेट कम किया
‘मैं जब कॉल सेंटर में काम कर रही थी, तब मुझे एयर होस्टेस की नौकरी के बारे में पता चला। 1-2 कजिन इस फील्ड में पहले से थे। सोचा कि अगर इस फील्ड में आ गई, तो पैसों की सारी परेशानी खत्म हो जाएगी। मां और बहन की लाइफ सेट हो जाएगी। हालांकि, तब मेरे पास वजन कम करना सबसे बड़ा टास्क था। मैं उस वक्त करीब 100 किलो की थी।
इंटरव्यू राउंड पहुंचने तक, मैंने 3 महीने में लगभग 55 किलो वजन कम किया। खुद को फिट रखने के लिए मैंने 3 महीने खाने-पीने पर बहुत ध्यान दिया। पहले सिर्फ जंक फूड ही खाती थी। घर का खाना तो समझ में नहीं आता था। मगर एयर होस्टेस बनने की चाहत में 3 महीने जंक फूड को हाथ तक नहीं लगाया। सिर्फ घर का खाना खाया। कभी-कभी तो सिर्फ लिक्विड डाइट पर रही। कभी उबला खाना भी खाना पड़ा, लेकिन मैंने सब कुछ किया।
बाहर के लोग तो वेट का मजाक बनाते ही थे, लेकिन इसकी शुरुआत घर से ही हुई थी। मेरी नानी जो सबसे क्लोज थीं, वो भी प्यार से कहती थीं- इतना सुंदर चेहरा भगवान ने दिया है, इसे क्यों बिगाड़ने पर तुली हो। कोई कपड़े पहनने में नहीं आएंगे। खुद पर ध्यान दिया करो।’
फैन के तौर पर सलमान से मिली, उन्होंने तुरंत फिल्म का ऑफर दे दिया
एक नॉर्मल मिडिल क्लास लड़की का फिल्मों की दुनिया से जुड़ना कैसे हुआ? वो कहती हैं, ‘मैंने हर एक ख्वाब देखा था, लेकिन उस लिस्ट में एक्टर बनने का जिक्र दूर-दूर नहीं था। ये सब कैसे हुआ, मैं खुद कभी-कभी सरप्राइज हो जाती हूं।
सलमान खान की फिल्म वीर में पहली बार दिखी थी। साथ काम करने से पहले वो मेरे लिए सुपरस्टार ही थे। हमेशा से उनकी बहुत बड़ी फैन रही हूं। स्कूल के दिनों में उन्हें कभी साइकिल चलाते, तो कभी जॉगर्स पार्क में देखा था।
एक दोस्त की मदद से सलमान से मिलना हुआ था। वो किसी फिल्म की शूटिंग कर रहे थे, जब मैं उनसे मिलने गई थी। यह पल भी किसी सपने के पूरा होने जैसा ही था। मैं उनसे फैन के तौर पर ही मिलने गई थी, लेकिन उन्हें मुझमें क्या खास दिखा, ये तो आज तक नहीं पता।
उसी दिन शाम को मेरा फोटोशूट हुआ और फिर सिलेक्ट हो गई। कई लोगों ने बताया था कि फिल्म की हीरोइन के लिए बहुत दिनों से ऑडिशन चल रहा था, लेकिन लुक के हिसाब से कोई फिट नहीं बैठ रही थी।
इस खबर से घर में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। हर कोई खुश था कि पहली ही फिल्म में सलमान खान के साथ काम करने का मौका मिल रहा है।
शूटिंग टाइम की बात करूं तो मुझे एक्टिंग का कुछ भी नहीं आता था। सलमान बहुत अच्छे इंसान हैं। उन्होंने बहुत मदद की थी। फिल्म के डायरेक्टर अनिल शर्मा ने भी बहुत सपोर्ट किया था।फिल्म वीर की रिलीज के बाद वेट की वजह से ट्रोल हुई
पहली फिल्म के बाद इंडस्ट्री के साथ रिश्ता कैसा रहा? हंसते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं तब भी इंडस्ट्री के लोगों से खुद को अलग-थलग महसूस करती थी और आज भी। उम्मीद थी कि पहली फिल्म की रिलीज के बाद करियर में ग्रोथ देखने को मिलेगा, लेकिन इसका उल्टा हुआ।