कटिहार जिला अंतर्गत बरारी थाना क्षेत्र के नगर पंचायत बरारी के बरारी हाट के समक्ष बरारी से कोढा जाने वाले मार्ग में स्थित प्राइवेट नर्सिंग होम गीता नारायण हॉस्पिटल में डॉक्टर के लापरवाही के कारण महज 4 दिन के नवजात शिशु को अपनी जान गवानी पड़ गई।जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने शनिवार को देर शाम अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ किया। और फिर गीता नारायण हॉस्पिटल के बाहर बरारी से कोढा जाने वाले मुख्य मार्ग पर आगजनी करके सड़क को जाम कर जमकर बवाल किया,घंटो तक बाधित रही आवागमन।सूत्रों के हवाले मिली जानकारी के अनुसार बरारी थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर निवासी रमन कौर का (पति मोहन सिंह) 27 फरवरी को गीता नारायण हॉस्पिटल में ऑपरेशन से बच्चा का जन्म हुआ था,जिसमें डॉक्टर ने ऑपरेशन करने का ₹25000 लिया गया था।वहीं परिजनों डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा,कि बच्चा के जन्म के बाद,डॉक्टर के द्वारा बताया गया कि बच्चा को गंदा पानी पी लेने से इंफेक्शन हो गया है,जिस कारण बच्चों को एनआईसीयू रखना पड़ेगा। जिसके बाद परिजनों ने बच्चा को एनआईसीयू में रख दिया। आपको बता दें कि एनआईसीयू का 1 दिन का चार्ज लगभग 4500 रुपिया लिया जा रहा था।फिर दो दिन के बाद डॉक्टर के द्वारा बताया गया, कि बच्चा को पीलिया भी हो गया है। जिस कारण बच्चा को कुछ और दिन एनआईसीयू में रखना होगा।फिर जच्चा बच्चा के परिजन को अचानक से दिनांक 2 मार्च शनिवार को गीता नारायण हॉस्पिटल के प्रबंधक के द्वारा बताया गया कि,नवजात शिशु की हालत गंभीर बनी हुई है।परिजनों ने बताया कि अस्पताल का पूरा पैसा बच्चा को सौपने से पहले ही जमा करवा लिया और लगभग दोपहर 2:30 बजे बच्चा को हायर सेंटर ले जाने के लिए सौपा, लेकिन बच्चा का मौत पहले ही हो चुका था।वहीं इसकी सूचना मिलते ही प्रसूता के घर वाले व गांव के लोग गीता नारायण हॉस्पिटल पहुंचे।लेकिन अस्पताल के सभी डॉक्टर,स्टाफ और नर्स अस्पताल में सभी मरीज को छोड़कर फरार हो गए थे।आकर्षित लोगों ने पहले अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ किया,और फिर बरारी से कोढा जाने वाले मुख्य मार्ग पर आगजनी करके सड़क जाम कर जमकर बवाल किया।जिसके बाद इस घटना की सूचना बरारी पुलिस को दी गई, सूचना मिलते ही बरारी थाना अध्यक्ष मुकेश मिश्रा अपने दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर मुख्य सड़क पर आगजनी करके प्रदर्शन कर रहे आक्रोषित लोगों को शांत कराकर आग को बुझा कर आवागमन को शुरू किया गया।वहीं दूसरी तरफ प्रसुता की भी स्थिति गंभीर हो गई थीं,जिसके बाद परिजनों के द्वारा प्रसूता रमन कौर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरारी लाया गया, जहां उनके स्थिति को देखते हुए,सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरारी से हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।आपको मैं बता दूं कि इससे भी पहले कई बार इस प्राइवेट नर्सिंग होम गीता नारायण में इस तरह की घटना घट चुकी है, इसके बाद भी जिला पदाधिकारी की तरफ से इस पर कोई पहल नहीं की जा रही है।ऐसे में ये बड़ी सवाल उठाती है,कि कब तक इन नवजात शिशु को इसी तरह से अपनी जान गवानी पड़ेगी।