Home Blog नीतीश के जाने से Congress को बिहार में क्या होगा फायदा?

नीतीश के जाने से Congress को बिहार में क्या होगा फायदा?

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इंडी गठबंधन से अलग होने के बाद कांग्रेस को क्या फायदा होने वाला है आज हम उसके बारे में बताने जा रहे हैं। दरअसल सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस ने लगभग सहमति बन जाने के संकेत दिए हैं। पंजाब को छोड़कर आम आदमी पार्टी के साथ सीट बंटवारे की बात लगभग तय हो गई है। अब बिहार की बारी है।
नई दिल्ली आइएनडीआइए में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के लिए तालमेल को लेकर जारी ऊहापोह के बीच कुछ सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस ने लगभग सहमति बन जाने के संकेत दिए हैं। पंजाब को छोड़कर आम आदमी पार्टी के साथ सीट बंटवारे की बात लगभग तय हो गई है।आम आदमी पार्टी दिल्ली में चार-तीन के फार्मूले पर राजी है। कांग्रेस (Congress) ने भी गुजरात समेत एक-दो अन्य राज्यों में आप को सीट देने पर सहमत होने के संकेत दिए हैं। महाराष्ट्र में शिवसेना यूबीटी और शरद पवार की राकांपा के साथ सीट बंटवारे का खाका तैयार हो गया है।
झारखंड में झामुमो से कोई दिक्कत नहीं
झारखंड में झामुमो और बिहार में राजद (RJD) से तालमेल में अब कोई अड़चन नहीं है। तमिलनाडु में द्रमुक के साथ पुराने फार्मूले पर ही सीटों का बंटवारा करने पर दोनों पार्टियों में कोई विवाद नहीं है।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ रणनीतिकार ने कहा कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के पाला बदलने के बाद सीटों के बंटवारे की खटपट को ज्यादा उछाला जा रहा है। वास्तविकता यह है कि कई जटिलताओं के बावजूद आम आदमी पार्टी से तालमेल पर सहमति बन गई है।
कांग्रेस अब पहले से अधिक सीटों पर लड़ेगी
दिल्ली में आप चार सीटों पर लड़ेगी और तीन कांग्रेस (Congress) के लिए छोड़ेगी। गुजरात में कांग्रेस एक सीट आप को देने के लिए सहमत हो गई है। गोवा में दोनों सीटों पर कांग्रेस लड़ेगी। हरियाणा में एक सीट छोड़ने के लिए आम आदमी पार्टी का दबाव है और कांग्रेस अभी इस पर विचार कर रही है।
पंजाब में दोनों पार्टियां एक दूसरे के खिलाफ मैदान में उतरेंगी। बिहार की नई राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए कांग्रेस रणनीतिकार ने कहा कि जदयू के अलग होने के बाद कांग्रेस अब पहले से अधिक सीटों पर लड़ेगी। कांग्रेस ने अपनी दावेदारी वाली सीटों की सूची राजद नेतृत्व को सौंप दी है।
न्याय यात्रा के क्रम में झारखंड पहुंचे राहुल गांधी
गठबंधन में भाकपा और माले की भी करीब तीन से चार सीटों पर दावेदारी है। झारखंड में चम्पाई सोरेन सरकार के सोमवार को विश्वास मत हासिल करने के बाद झामुमो के साथ गठबंधन पहले की तुलना में ज्यादा सुदृढ़ हो गया है। ऐसे में सीट बंटवारे में कोई दिक्कत नहीं आएगी।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि न्याय यात्रा के क्रम में झारखंड पहुंचे राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन से सोमवार को मुलाकात कर इसकी राह और सहज कर दी है। द्रमुक ने 2019 के आम चुनाव में तमिलनाडु की नौ तथा पुडुचेरी की एक सीट कांग्रेस को दी थी।

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