बिहार के पूर्णिया के परोरा गांव के रहने वाले युवा किसान कार्तिक बेंगलुरु से एमसीए की पढ़ाई कर अब कृषि कार्य रहे हैं । कार्तिक की माने तो उसने कृषि में आधुनिक तकनीक का प्रशिक्षण भी लिया है और कृषि में अन्वेषण करना उन्हें अच्छा लगता है । कार्तिक बताते हैं कि ड्रोन तकनीक से खेती काफी फायदेमंद है गेहूं मक्का सरसों की फसलों में छिड़काव करने के लिए समय के बचत के साथ-साथ खर्च भी कम लगता है और पूरे खेत में समान रूप से छिड़काव हो जाता है । युवा किसान कार्तिक ने बताया कि कृषि के इस तकनीक को बढ़ावा देने के लिए गांव में उन्होंने ड्रोन मंगवाया और खुद के खेतों के साथ-साथ दूसरे किसान के खेतों में भी ड्रोन से छिड़काव करवा रहे हैं ।
कार्तिक के गांव के दूसरे किसान भी कार्तिक के इस पहल से प्रभावित हैं और अपने खेतों में ड्रोन से छिड़काव करवाने आये है । किसान मुरलीधर बताते हैं की खेती अब नुकसान का सौदा नहीं बल्कि फायदे मंद है वे भी कार्तिक से मिल कर अपने खेतों में ड्रोन से छिड़काव करवाने आये है ।
भारत सरकार भी ड्रोन तकनीक से कृषि को बढ़ावा देने की पहल कर रही है । जिसका नतीजा है कि अब धीरे-धीरे किसान इस तकनीक को अपनाने लगे हैं और कम लागत में अच्छी आमदनी ले रहे हैं ।